शक
जिससे उम्मीद न थी उसने भी उसने भी ये सिला दिया
शक की माला उसने मेरे गले पहना दिया
मैं चीखता रहा चिल्लाता रहा
की मेरे साथ क्यों | तूने क्यों दगा किया
जिससे उम्मीद न थी उसने भी उसने भी ये सिला दिया
शक की माला उसने मेरे गले पहना दिया
मैं चीखता रहा चिल्लाता रहा
की मेरे साथ क्यों | तूने क्यों दगा किया
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