जिंदगी जीने का तरीका गलत था
गुनाहे मोहब्बत का यही सबब था
जिंदगी जीने का तरीका गलत था
राहे मोहब्बत कहा लेके आयी
अपने ही पीछे ना दिखती परछायी
अपनों ने छोड़ा बेगानों ने छोड़ा
जिंदगी में रहा अब गम और अँधेरा
रिश्तो की अहमियत कहा समझ आयी
बचकाने फैसले और जवानी का दिन था
जिंदगी जीने का तरीका गलत था
गुनाहे मोहब्बत का यही सबब था
जिंदगी जीने का तरीका गलत था
From
Chandan Vishwakarma
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें